दी एज्यूकेशन कमेटी ऑव दी माहेश्वरी समाज (सोसायटी), जयपुर
माहेश्वरी गर्ल्स पब्लिक स्कूल का 15 वाँ स्थापना दिवस दिनांक 23 अप्रेल, 2016 को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया |
विद्यालय के प्राथमिक स्तर की नन्हीं छात्राओं ने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को अपनी नींव का आधार बनाने का हौंसला दिखाया | बदलते पर्यावरण पर प्रश्न उठाया और खोती मानवता को वापस लाने के लिए बड़ों से सहदयता का संकल्प लेने का प्रयास किया | इस अवसर पर विद्यालय के प्रांगण में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में श्री सुधीर जाजू व विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री सुरेन्द्र बजाज जैसे समाज सेवी व प्रेरणादायी व्यक्तित्वों का आगमन हुआ | समाज अध्यक्ष श्री सत्यनारायण काबरा, महासचिव शिक्षा श्री मधुसुदन बिहानी, मानद सचिव श्री अशोक कुमार मालू, कोषाध्यक्ष श्री शांतिलाल जागेटिया व भवन मंत्री श्री जुगल किशोर कासट ने मुख्य अतिथिगणों का स्वागत किया और कार्यक्रम की शोभा बढाई |
अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि महोदय व विशिष्ट अतिथि महोदय ने भौतिक शिक्षा से दूर नैतिक मूल्यों से सजी शिक्षा को ही गृहणिय बताया और प्रेरणादायी व्यक्तियों से जीवन मूल्यों को सीख अपने जीवन का आधार बनाने का आह्वान किया | उन्होंने माहेश्वरी समाज और विद्यालय के परिवेश के प्रशंसा करते हुए कहा कि आज के भौतिकतावादी युग में भी छात्राओं का अपनी संस्कृति और संस्कारों से जुड़ाव देखकर सुखद भविष्य की कल्पना से मन अभिभूत हो जाता है |
समाज अध्यक्ष श्री सत्यनारायण काबरा ने विद्यालय परिवार को जन्म दिवस (स्थापना दिवस) की बधाई देते हुए बढ़ते बच्चे की तरह नवीन गुणों, तकनीकों और जीवन मूल्यों को सीखते हुए प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने को कहा |
महासचिव शिक्षा श्री मधुसुदन बिहानी ने सुसभ्य समाज की आवश्यकता हेतु स्वयं में परिवर्तन करने और सह्दय नागरिक बनने के प्रेरणा दी | उन्होंने प्रगति की राह में बिछड़ने वाले बंधु – बांधवों को साथ लेकर आगे बढ़ने का जज्बा दिखाने का प्रण लेने को कहा उन्होंने कहा कि हम प्रत्येक वर्ष जन्मदिवस के अवसर पर नये गुणों व नये विचारों के साथ उम्र के नये पड़ाव में कदम रखते है वैसे ही विद्यालय को भी निरंतर सुखद परिवर्तनों और नई उपलब्धियों के साथ आगे बढ़ना चाहिए |
मानद सचिव श्री अशोक मालू ने इस अवसर पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि विद्यालय ने बढ़ते बच्चे की तरह लगातार उन्नति की है और हमेशा नवीन आयाम गढ़े है | उन्होंने उम्मीद जताई कि आगे भी विद्यालय किशोर अवस्था से युवावस्था में अपनी चमक से सबको चमत्कृत करेगा |
विद्यालय के प्राचार्य श्री ओ.पी.गुप्ता ने हमेशा यह याद रखने को कहा कि हम कहीं भी हो, कैसे भी हो, कितनी भी ऊंचाई पर हो पर हमें हमारी नींव या परिवार, माता-पिता और गुरुजनों व समाज को नहीं भूलना चाहिए | उनके प्रति कृतज्ञता ही सच्ची शिक्षा है | विद्यालय के जन्म दिवस (स्थापना दिवस) के इस अवसर पर नये रीति-रिवाजों के अनुसार केक भी काटा गया और सभी ने एक दुसरे को एक नये शुभारंभ की बधाई दी | इस शुभ अवसर पर मुंह मीठा कराने की रस्म निभाते हुए सभी शिक्षार्थियों को चोकलेट वितरित की गई |
विद्यालय के प्राथमिक स्तर की नन्हीं छात्राओं ने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को अपनी नींव का आधार बनाने का हौंसला दिखाया | बदलते पर्यावरण पर प्रश्न उठाया और खोती मानवता को वापस लाने के लिए बड़ों से सहदयता का संकल्प लेने का प्रयास किया | इस अवसर पर विद्यालय के प्रांगण में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में श्री सुधीर जाजू व विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री सुरेन्द्र बजाज जैसे समाज सेवी व प्रेरणादायी व्यक्तित्वों का आगमन हुआ | समाज अध्यक्ष श्री सत्यनारायण काबरा, महासचिव शिक्षा श्री मधुसुदन बिहानी, मानद सचिव श्री अशोक कुमार मालू, कोषाध्यक्ष श्री शांतिलाल जागेटिया व भवन मंत्री श्री जुगल किशोर कासट ने मुख्य अतिथिगणों का स्वागत किया और कार्यक्रम की शोभा बढाई |
अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि महोदय व विशिष्ट अतिथि महोदय ने भौतिक शिक्षा से दूर नैतिक मूल्यों से सजी शिक्षा को ही गृहणिय बताया और प्रेरणादायी व्यक्तियों से जीवन मूल्यों को सीख अपने जीवन का आधार बनाने का आह्वान किया | उन्होंने माहेश्वरी समाज और विद्यालय के परिवेश के प्रशंसा करते हुए कहा कि आज के भौतिकतावादी युग में भी छात्राओं का अपनी संस्कृति और संस्कारों से जुड़ाव देखकर सुखद भविष्य की कल्पना से मन अभिभूत हो जाता है |
समाज अध्यक्ष श्री सत्यनारायण काबरा ने विद्यालय परिवार को जन्म दिवस (स्थापना दिवस) की बधाई देते हुए बढ़ते बच्चे की तरह नवीन गुणों, तकनीकों और जीवन मूल्यों को सीखते हुए प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने को कहा |
महासचिव शिक्षा श्री मधुसुदन बिहानी ने सुसभ्य समाज की आवश्यकता हेतु स्वयं में परिवर्तन करने और सह्दय नागरिक बनने के प्रेरणा दी | उन्होंने प्रगति की राह में बिछड़ने वाले बंधु – बांधवों को साथ लेकर आगे बढ़ने का जज्बा दिखाने का प्रण लेने को कहा उन्होंने कहा कि हम प्रत्येक वर्ष जन्मदिवस के अवसर पर नये गुणों व नये विचारों के साथ उम्र के नये पड़ाव में कदम रखते है वैसे ही विद्यालय को भी निरंतर सुखद परिवर्तनों और नई उपलब्धियों के साथ आगे बढ़ना चाहिए |
मानद सचिव श्री अशोक मालू ने इस अवसर पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि विद्यालय ने बढ़ते बच्चे की तरह लगातार उन्नति की है और हमेशा नवीन आयाम गढ़े है | उन्होंने उम्मीद जताई कि आगे भी विद्यालय किशोर अवस्था से युवावस्था में अपनी चमक से सबको चमत्कृत करेगा |
विद्यालय के प्राचार्य श्री ओ.पी.गुप्ता ने हमेशा यह याद रखने को कहा कि हम कहीं भी हो, कैसे भी हो, कितनी भी ऊंचाई पर हो पर हमें हमारी नींव या परिवार, माता-पिता और गुरुजनों व समाज को नहीं भूलना चाहिए | उनके प्रति कृतज्ञता ही सच्ची शिक्षा है | विद्यालय के जन्म दिवस (स्थापना दिवस) के इस अवसर पर नये रीति-रिवाजों के अनुसार केक भी काटा गया और सभी ने एक दुसरे को एक नये शुभारंभ की बधाई दी | इस शुभ अवसर पर मुंह मीठा कराने की रस्म निभाते हुए सभी शिक्षार्थियों को चोकलेट वितरित की गई |